अम्बिकापुर

CG SDM sent jail: रिश्वतखोर एसडीएम, सहायक रीडर, चपरासी और गार्ड भेजे गए जेल, एसीबी ने 50 हजार रुपए रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था

CG SDM sent jail: एसडीएम ने जमीन के नामांतरण के बदले अपने मातहतों के जरिए 50 हजार रुपए की रिश्वत ली थी, एसीबी ने उसे गिरफ्तार कर कोर्ट में...

अंबिकापुर. CG SDM sent jail: सीजी एसडीएम ने भेजा जेल: जमीन संबंधी राजस्व मामले में पक्ष में फैसला कराने के बदले एक ग्रामीण से 50 हजार रुपए की रिश्वत लेने वाले उदयपुर एसडीएम, उनके सहायक रीडर, चपरासी और नगर सैनिक गार्ड को एसीबी टीम ने जेल भेज दिया है। शनिवार को प्रथम जिला एवं सत्र न्यायाधीश ममता पटेल की अदालत में पेश किया गया, जहां से चारों को न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया। एसीबी ने शुक्रवार शाम उदयपुर में एसडीएम कार्यालय से 50 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए एसडीएम और उनके तीन अधीनस्थों को गिरफ्तार किया था. वहीं डिप्टी कलेक्टर एसडीएम बीआर खांडे को हटा दिया गया है।

CG SDM sent jail  एसडीएम कार्यालय में दबिश देकर 50 हजार रुपए की रिश्वत लेते एसडीएम को धरदबोचा

गौरतलब है कि ग्राम जजगा निवासी कन्हाई राम बंजारा ने 5 जून को एसीबी कार्यालय में शिकायत की थी कि उदयपुर एसडीएम कार्यालय में राजस्व से जुड़े प्रकरण में उसके व परिजनों के पक्ष में आदेश पारित करने के लिए एसडीएम बीआर खांडे द्वारा 50 हजार रुपए की रिश्वत मांगी जा रही है।इस पर एसीबी की टीम ने प्लान बनाकर 21 जून की शाम 6 बजे एसडीएम कार्यालय में दबिश देकर 50 हजार रुपए की रिश्वत लेते एसडीएम को धरदबोचा।

रात 9.30 बजे एसडीएम के साथ एसीबी की टीम भी अंबिकापुर स्थित उनके सरकारी बंगले पर पहुंची और दस्तावेज खंगाले। यहां से कुछ नकदी और महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद हुए हैं।एसीबी अंबिकापुर की टीम ने शनिवार दोपहर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत एसडीएम, सहायक रीडर, चपरासी और गार्ड को प्रथम जिला एवं सत्र न्यायाधीश ममता पटेल की अदालत में पेश किया, जहां से चारों को गिरफ्तार कर लिया गया। न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया (सीजी एसडीएम जेल भेज दिया गया)।

50 डिसमिल जमीन भी हड़प ली थी

एसडीएम बीआर खांडे द्वारा शिकायकर्ता कन्हाई राम व उसके परिजन के पक्ष में आदेश करने के एवज में ग्राम जजगा स्थित 50 डिसमिल जमीन को भी अपने महिला परिचितों के पक्ष में बिक्री आदि कराने संबंधी पावर ऑफ अटॉर्नी निष्पादित करा ली गई थी ताकि भविष्य में उक्त जमीन को अपने नाम रजिस्टर्ड करा सकें।

Pooja Singh

खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार हूं।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर).

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